राजस्थान: (राही कपूर) विश्व प्रसिद्ध पूर्ण गुरु 1008 श्री सतगुरु बाबा बीरम शाह जी महाराज गुरु गद्दी झंगड़ वालों का प्रकाश उत्सव राजस्थान के श्री गंगा नगर जिले के जैतसर में बड़ी धूम धाम से मनाया गया। इस शुभ अवसर पर बाबा जी के सैकड़ो की संख्या में अनुयायियों ने बाबा जी के समक्ष नसमस्तक हुए। आप को बतादें की सतगुरु बाबा बीरम शाह जी महाराज को मनाने वाले भारत देश के विभिन्न राज्यों समेत विदेश में भी अनुयायी हैं जो कि अपने गुरु महाराज जी के पावन पवित्र दिन पर हजारी लगाते हैं।
राजस्थान के जैतसर में बाबा बीरम शाह जी के वंशज गुरु भाई राज कुमार दत्त व भाई परिवार द्वरा सभी संगत के सहयोग से बाबा जी का यह प्रकाश उत्सव जो कि 1 मई को मनाया, इस दौरान कार्यकम की शुरुआत श्री रामायण जी के अखंड पाठ से हुए जिस के बाद भोग डाल कर विधि पूर्वक हवन यज्ञ किया गया जिस में पूरे विश्व की शांति की अरदास की गई। इस के साथ भाजन कीर्तन शुरू किया गया जिस में बाबा जी के परम सेवक व उन के लाडले नरिंदर शर्मा जी अम्बाले वालों ने अपनी मधुर आवाज से ढोल की थापि के साथ बाबा जी का गुणगान किया जिस में आई संगत भक्तिमय हो गई।
बाबा जी के इस कार्यक्रम में युवाओं व सेवकों ने रक्तदान शिविर भी लगाया जहां पर उन्होंने रक्तदान किया और यह रक्तदान देश के सैनकों को समर्पित किया गया जो सीमाओं पर देश की सुरक्षा के लिए हर समय तैनात रहते हैं।
गुरु भाई राज कुमार दत्ता जी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सतगुरु बाबा बीरम शाह जी महाराज जो कि विश्व गुरु थे और वह सिख पंथ की छट्टी पातशाही श्री गुरु हर गोबिंद सिंह जी के सेवक थे गुरु महाराज ने उन्हें विश्व गुरु होने का वर दिया था। जिस के बाद आज उन के अनुयायी पूरे विश्व मे विभिन्न जगहों पर हैं। वैसे तो बाबा बीरम शाह जी महाराज का प्रवित्र स्थान पाकिस्तान के कैनी में हैं पर उन का एक स्थान जहाँ लाखों लोग प्रतिवर्ष आते हैं वो है जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले की तहसील नोवशहरा के झंगड़ इलाके में जो कि भारत पाक नियंत्रण रेखा पर स्थित है वहां पर प्रति वर्ष 17 अप्रैल को बाबा जी का वरिष्क उत्सव भी मनाया जाता है और भारत के विभिन्न हिस्सों से बाबा जी के अनुयायी व अन्य श्रद्धालु वहां आते हैं। राज दत्ता जी ने कहा कि में बाबा जी का वंशज होने के नाते पूरे देश को बाबा जी के प्रकाश उत्सव की लाख लाख बधाई देता हूँ और यही आशा करता हूँ कि बाबा जी पूरे विश्व में शांति प्रधान करे ता की खुशहाली का सभी जीवन जी सके।
इस के साथ बाबा जी का प्रकाश उत्सव भारत देश के विभिन्न जगहों पर भी मनाया गया जहां जहां बाबा के सेवक हैं।