
जम्मू :- गूगल ट्रांसलेट पर अब आठ और भारतीय भाषाओं को अनुवाद के लिए जोड दिया गया है। सर्च इंजन गूगल ने देववाणी संस्कृत,डोगरी सहित आठ भारतीय भाषाओं को गूगल ट्रांसलेट में शामिल किया है। वही श्रीकैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने गूगल के सीईओ को पत्र लिखर उनका आभार जताया। गूगल रिसर्च के सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर आइजैक कैसवेल ने एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ईटी को बताया, ‘संस्कृत गूगल ट्रांसलेट में नंबर वन और सबसे ज्यादा रिक्वेस्ट की जाने वाली भाषा है और अब हम इसे आखिरकार जोड़ रहे हैं। हम पूर्वोत्तर भारत से पहली बार भाषाओं को जोड़ रहे हैं।”
महंत रोहित शास्त्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर की भूमि शैव दर्शन का सनातन केंद्र रही है, इसी पावन पवित्र भूमि पर प्रत्यभिज्ञादर्शन के संस्थापक आचार्य अभिनवगुप्त ,महाकवि कल्हण, महाकवि विल्हण, एवं अनेक प्राचीन संस्कृत मनीषियों का उद्भव हुआ है । जिन आचार्यों ने अपने कर्मरूपी तप से न केवल भारतवर्ष को अपितु संपूर्ण विश्व को एकता के सूत्र में पिरोने का मार्गप्रशस्त किया था, वही पुण्यसलिला जम्मू-कश्मीर वसुंधरा आज संस्कृत से विलुप्त होती जा रही है। संस्कृत,डोगरी एवं अन्य छह भारतीय भाषाओं को गूगल अनुवाद में जोड़ने से संस्कृत सेवियों का मनोबल बढ़ा और ऐसे प्रयासों से राष्ट्र में विलुप्त हुए संस्कृत धर्म -दर्शन की पुन: प्रतिष्ठा सम्भव है ।